अनुसंधान के प्रमुख क्षेत्र
- कुशल प्रक्षेत्र (ऑन-फार्म) जल संवहन, वितरण और सिंचाई की विधियाँ सूक्ष्म सिंचाई और उर्वरक सहुप्योग प्रणाली का विकास और, शोध, शिक्षा एवं प्रचार प्रसार
- वर्षापोषित (असिंचित) तथा सिंचित क्षेत्रों में जल संसाधन प्रबंधन
- भूजल मूल्यांकन और विकास
- निम्न गुणवत्ता वाले जल का प्रबंधन और पुन: उपयोग
- जल निष्कासन प्रणाली द्वारा जलभराव और नमक प्रभावित भूमि का प्रबंधन / पुनर्ग्रहण
- अंतर्देशीय और तटीय जलभृतों में खारे पानी की घुसपैठ को कम करना
- नहर कमान क्षेत्रों में इष्टतम भूमि-जल संसाधन प्रबंधन और योजना
- जल संग्रहण क्षेत्र प्रबंधन और जल वैज्ञानिक अभिकल्पन
- मृदा एवं जल प्रदूषण योगदान स्रोतों का आकलन करने और आकलन करने के लिए निर्णय समर्थन प्रणाली (DSS) का विकास करना
- क्षेत्रीय मिट्टी-जल क्षरण पर भूमि उपयोग / संरक्षण अभ्यास योजनाओं की एक श्रृंखला के लघु / दीर्घकालिक प्रभावों को मात्रात्मक बनाना
- जलवायु परिवर्तन और जल-खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत बदलते जलवायु परिदृश्य के तहत क्षेत्रीय सतह और भूजल संसाधन परिवर्तनशीलता का आंकलन करना
- सूक्ष्म सिंचाई युग्मित सौर फोटो-वोल्टाइक प्रणालियों का डिजाइन और मूल्यांकन
- जल अर्थशास्त्र और संस्थान: अर्थमितीय साधनों का उपयोग करके नहरबंदी
- क्षेत्रों में आर्थिक मूल्यांकन और नैदानिक अध्ययन
- विकेंद्रीकरण और लोगों की भागीदारी की सामान्य प्रवृत्ति: लोगों की भागीदारी पर पंचायतों और सरकारी दिशानिर्देशों की भूमिका