राष्ट्रीय कृषि नवोन्मेष परियोजना (एनएआईपी)
परियोजना का नाम | प्रधान अन्वेषक | स्थान/संभाग | अवधि |
समग्र कृषि विकास के लिए नीतियां एवं संस्थागत विकल्प | डॉ. सुरेश पाल | कृषि अर्थशास्त्र | 2009-2012 |
दृष्टि, नीति विश्लेषण एवं लिंग | डॉ. प्रेमलता सिंह | कृषि प्रसार | 2007-2012 |
समेकित फार्मिंग प्रणाली और प्रौद्योगिकी मॉडलों के माध्यम से आदिम जाति बहुल क्षेत्रों की आजीविका एवं पोषणिक सुरक्षा (घटक-3) | डॉ. जे.पी. शर्मा | कटैट | 2007-2012 |
कृषि में ई-संसाधनों के लिए कन्सोर्टियम की स्थापना - घटक-1 (ओ व एम) | डॉ. एच. चन्द्रशेखरन् | यू.एस.आई; | 2007-2012 |
घटक-4 के अन्तर्गत आरएनएआई का उपयोग करके पादप-सूत्रकृमि अन्तर क्रियाओं को समझना | डॉ. अनिल सिरोही | सूत्रकृमि विज्ञान | 2008-2012 |
कन्सोर्टियम मोड में परिचालित होने वाले गैर-विशिष्ट रोग प्रतिरोध वाली प्रजाति के विकास के लिए चावल-प्रध्वंस रोग प्रणाली में प्रतिरोध तथा गैर-विषाण्विक जीन की विशेषक माइनिंग व अभिव्यक्ति प्रोफाइलिंग | डॉ. ए.के. सिंह | आनुवंशिकी संभाग | 2008-2012 |
कन्सोर्टियम मोड में परिचालित होने वाले आम के सूक्ष्म जैविक व कार्यिकीय-रसायन विज्ञानी गुणवत्ता प्राचलों के मूल्यांकन हेतु गैर-विनष्टकारी प्रणालियों का विकास | डॉ. अभिजीत कर | कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी |
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भारतीय कृषि अनुसंधान के लिए एग्रोवेब-डिजीटल विसरण प्रणाली | डॉ. एच. चन्द्रशेखरन् | यू.एस.आई. | 2008-2010 |
पादप विषाणु के आण्विक निदान के लिए नवीन कार्यनीतियां | डॉ. बिशाख मण्डल | पादप रोगविज्ञान | 2008-2012 |
स्वच्छ सब्जियों के लिए जैव-नाशकजीवनाशी मध्यित मूल्य श्रृंखला | डॉ. सुरेश वालिया | कृषि रसायन | 2008-2010 |
कृषि टिप्पणियों के लिए निर्णय सहायक प्रणाली का विकास - बाजारी दृष्टिकोण | डॉ. वी.सी. माथुर | कृषि अर्थशास्त्र | 2008-2012 |
कीटरोगजनक सूत्रकृमियों के बीच अन्तर क्रियाओं की प्रकृति, उनके जीवाण्विक सहजीवी और कीट पोषक | डॉ. सुदर्शन गांगुली | सूत्रकृमि विज्ञान | 2009-2012 |
कठिन पर्यावरण में बेसीलस तथा अन्य प्रमुख गणों का विविधता विश्लेषण और कन्सोर्टियम मोड में परिचालित होने की दृष्टि से कृषि में उसका उपयोग | डॉ. जी.टी. गुजर | कीटविज्ञान | 2009-2012 |
उत्पादन खपत प्रणाली के अन्तर्गत परिचालित होने के लिए प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेन्टों व खाद्य रंजकों के रूप में उपयोग के लिए खाद्य श्रेणी के न्यूट्रासेटिकल के उत्पादन पर मूल्य श्रृंखला | डॉ. सुरेश वालिया | कृषि रसायन | 2009-2012 |
उच्च मूल्य वाली सब्जियों व कर्तित पुष्पों की संरक्षित कृषि-उत्पादन खपत प्रणाली के अन्तर्गत परिचालित होने के लिए एक मूल्य श्रृंखला दृष्टिकोण | डॉ. बलराज सिंह | सी.पी.सी.टी. | 2009-2012 |
कन्सोर्टियम मोड में परिचालित होने के लिए गैर-नाशकजीवनाशियों की क्रिया की विधि व जैव-सुरक्षा का अध्ययन व उसकी डिज़ाइनिंग | डॉ. मधुबन गोपाल | कृषि रसायन | 2009-2012 |
भारत में सफेद मक्खी बेमीसिया टेबेकी के हेतु विज्ञान व वर्गीकरण विज्ञान पर अध्ययन, विभिन्न पराश्रयों के साथ सहजीवन तथा कन्सोर्टियम मोड के अन्तर्गत परिचालित होने के लिए फैकलटेटिव जीवाण्विक सहजीवी | डॉ. बी. सुब्रामणियम | कीटविज्ञान | 2009-2012 |
राइस नॉलेज मेनेजमेंट पोर्टल का विकास व रखरखाव | डॉ. पी.एस. पाण्डेय | यू.एस.आई. | 2009-2012 |
सुदूर संवेदन, मॉडलिंग तथा जीआईएस का उपयोग करके सिंचित लवणीय पर्यावरण में उत्पादकता बढ़ाने के लिए निर्णय समर्थित प्रणाली | डॉ. ए. सारंगी | जल प्रौद्योगिकी केन्द्र | 2009-2012 |
अजैविक प्रतिबल सहिष्णुता के लिए जीनों की बायोप्रॉसपेक्टिंग तथा एलेल माइनिंग | डॉ. ए.के. सिंह |
| 2009-2012 |
नार्स (ई-ग्रन्थ) के अन्तर्गत डिजीटल पुस्तकाल तथा सूचना प्रबंध का सबलीकरण | डॉ. ए.के. जैन | कृषि भौतिकी | 2009-2012 |
मेवात में संसाधन संरक्षण और विविधीकृत फार्मिंग प्रणाली दृष्टिकोण के माध्यम से उन्नत आजीविका सुरक्षा प्राप्त करना | डॉ. राजवीर शर्मा | सस्यविज्ञान | 2009-2012 |
संवेदनशील क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन की स्थिति में अनुकूलन क्षमता बढ़ाने हेतु कार्य नीतियां | डॉ. एस.के. बंदोपाध्याय | पर्यावरण विज्ञान | 2009-2013 |
आंचलिक प्रौद्योगिकी प्रबंध व्यापार नियोजन व विकास इकाई, भा.कृ.अ.सं. | डॉ. प्रमोद कुमार | कृषि अर्थशास्त्र | 2009-2012 |