भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की राष्‍ट्रीय कृषि नवोन्‍मेष परियोजना के अन्‍तर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान द्वारा कृषि व्‍यापार क्षेत्र में एक नई पहल

  1. कार्यशील कृषि-व्‍यापार के अवसरों में संस्‍थान में विकसित प्रौद्योगिकियों का उन्‍नयन
  2. भा.कृ.अ.सं. से निजी क्षेत्र को प्रौद्योगिकी हस्‍तांतरित करने की क्रिया विधि का विकास
  3. उदीयमान उद्यमी तथा मूल्‍यवर्धित जनशक्ति तैयार करने के लिए परामर्शदायी सेवाएं और प्रशिक्षण उपलब्‍ध कराना
  4. उद्योगों से सम्‍पर्क के माध्‍यम से और अधिक व्‍यावहारिक अनुसंधान हेतु संस्‍थान की अनुसंधान एवं विकास संबंधी क्रियाओं का सबलीकरण व उन पर और अधिक ध्‍यान देना
क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी प्रबंध व्‍यापार नियोजन विकास इकाई भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान द्वारा उपलब्‍ध कराई गई सुविधा है जिससे सभी आवश्‍यक संसाधनों/सहायता के साथ व्‍यापार आरंभ करने से संबंधित प्रौद्योगिकियों को उपलब्‍ध कराने में सहायता मिलती है। इसके साथ ही आवश्‍यकता आधारित परिपक्‍व व्‍यापार को आरंभ करना संभव होता है। विशेष रूप से इस संस्‍थान की यह इकाई कृषि व्‍यापार आरंभ करने व उसे फलने-फूलने में सहायक होती है क्‍योंकि इसके लिए इस इकाई द्वारा आवश्‍यक बुनियादी सहायता उपलब्‍ध कराई जाती है, प्रौद्योगिकी/प्रोटोटाइप विकास सहायता प्रदान की जाती है, अनुसंधान सहायता दी जाती है, व्‍यापार के लिए धन प्राप्‍त करने में दिशा निर्देश दिया जाता है, व्‍यापार से संबंधित परामर्श सहायता प्रदान की जाती है और वह सब कुछ सुलभ कराया जाता है जिससे एक सफल व्‍यापार आरंभ किया जा सके।
 

 

 

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