परियोजना का शीर्षक | समन्वयक/प्रधान अन्वेषक | स्थान/संभाग | अवधि | निधि दाता एजेन्सी |
परिशुद्ध कृषि विकास केन्द्र | डॉ. टी.बी.एस. राजपूत | जल प्रौद्योगिकी केन्द्र | 1986-2010 | एनसीपीए |
दलहनी फसलों का अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन | कृषि विज्ञान केन्द्र, शिकोहपुर | कृषि विज्ञान केन्द्र, शिकोहपुर | 1999-2010 | भा.कृ.अ.प. |
तिलहनी फसलों का अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन | कृषि विज्ञान केन्द्र, शिकोहपुर | कृषि विज्ञान केन्द्र, शिकोहपुर | 1999-2010 | भा.कृ.अ.प. |
मृदा में बहु पोषक तत्व कमियों का मूल्यांकन तथा स्थल-विशिष्ट पोषक तत्व प्रबंध के माध्यम से उन्हें दूर करना | डॉ. बी.एस. द्धिवेदी | कृषि रसायन | 2004-2010 | इन्टरनेशनल प्लांट न्यूट्रिशन इन्स्टीट्यूट - भारतीय कार्यक्रम |
कृषि फसलों में बीजोत्पादन | डॉ. (श्रीमती) मालविका दादलानी | बीजविज्ञान एवं प्रौद्योगिकी | 2005-2012 | भा.कृ.अ.प. |
आईआईएसआर, कालीकट्ट, केरल का आउटरीच कार्यक्रम - फाइटोफ्थोरा, फ्यूज़ेरियम तथा राल्सटोनिया पर नेटवर्क परियोजना | डॉ. एस.सी. दुबे | पादप रोगविज्ञान | 2007-2012 | भा.कृ.अ.प. |
कृषि तथा संबंध क्षेत्रों में सूक्ष्मजीवों का अनुप्रयोग-उप परियोजना : पोषक तत्व प्रबंध पीजीपीआर और जैव-नियंत्रण | डॉ. (श्रीमती) लता | सूक्ष्मजीव विज्ञान | 2006-2010 | भा.कृ.अ.प. |
कृषि तथा संबंध क्षेत्रों में सूक्ष्मजीवों का अनुप्रयोग-उप परियोजना : सूक्ष्म जैविक जीनोमिक्स | डॉ. (श्रीमती) राधा प्रसन्ना | सूक्ष्मजीव विज्ञान | 2006-2010 | भा.कृ.अ.प. |
कृषि तथा संबंध क्षेत्रों में सूक्ष्मजीवों का अनुप्रयोग-उप परियोजना : कटाई उपरांत प्रसंस्करण में कृषि अपशिष्ट प्रबंध, जैव-सुधार व सूक्ष्मजीव | डॉ. (श्रीमती) लता | सूक्ष्मजीव विज्ञान | 2006-2010 | भा.कृ.अ.प. |
राष्ट्रीय स्तर पर नाशकजीवनाशी अपशिष्टों की निगरानी | डॉ. ए.के. शर्मा | कृषि रसायन | 2006-2010 | कृषि एवं सहकारिता विभाग |
विभिन्न कृषि जलवायु वाले क्षेत्रों में कृषि में आसवनी बर्हिस्राव के सुरक्षित उपयोग के लिए सीमाओं का मात्रात्मक निर्धारण | डॉ. एच.सी. जोशी | पर्यावरण विज्ञान | 2007-2011 | भा.कृ.अ.प. |
एमएम 1.3 : यांत्रिक चुनाई के लिए जी. हिरसुटम के उपयुक्त प्रभेदों की पहचान तथा सस्यविज्ञानी पैकेज का विकास | डॉ. जगमेल सिंह | आनुवंशिकी | 2007-2012 | सीआईसीआर |
एमएम 3.1 : प्रमुख नाशकजीवों का उभरना, उनका गुणनिर्धारण, वर्गीकरण विज्ञान, आनुवंशिक विविधता एवं नियंत्रण | डॉ. वी.वी. रामामूर्ति | कीटविज्ञान | 2007-2012 | सीआईसीआर |
पराजीनी दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए आरएनएआई मध्यित जीन साइलेंसिंग का उपयोग करते हुए फॉस्फोरस तत्व उपयोग के माध्यम से क्रोमेटिन रि-मॉडलिंग प्रोटीन डीआईएनओ 18 का क्रियात्मक विश्लेषण | डॉ. (श्रीमती) शांति चन्द्रशेखरन् | आनुवंशिकी | 2007-2010 | सीएसआईआर |
टिकाऊ फसलोत्पादन के लिए जल प्रबंध प्रौद्योगिकियां - एक कार्य अनुसंधान | डॉ. आर.एस. छिल्लर | कटैट | 2007-2010 | जल संसाधन मंत्रालय |
सेब की नर्सरी में समेकित रोग प्रबंध संबंधी कार्यों का लोकप्रियकरण व परिशोधन | डॉ. सतीश के. शर्मा | भा.कृ.अ.सं. क्षेत्रीय केन्द्र, अमरतारा, शिमला | 2008-2011 | नाबार्ड |
कृषि क्षेत्र से ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन गुणांक को नापना | डॉ. निवेता जैन | पर्यावरण विज्ञान | 2008-2010 | पर्यावरण एवं वन मंत्रालय (डब्ल्यूआईआई के माध्यम से) |
जलवायु परिवर्तन का भारतीय कृषि पर प्रभाव अनुकूलन व संवेदनशीलता | डॉ. पी.के. अग्रवाल | पर्यावरण विज्ञान | 2004-2012 | भा.कृ.अ.प. |
जैव-नाशकजीवनाशी व बढ़वार प्रवर्धक के रूप में ट्राइकोडर्मा का खेत पर प्रदर्शन व वाणिज्यिक खेती | डॉ. प्रतिभा शर्मा | पादप रोगविज्ञान | 2008-2011 | टीआईएफएसी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग) |
पर्यावरणीय विकिरण से सुरक्षा हेतु विकिरण के आयनीकरण के प्रति पौधों की अनुक्रिया का जैव-भौतिकीय व जैव-रसायनविज्ञानी गुणनिर्धारण | डॉ. भूपेन्द्र सिंह | पादप शरीरक्रिया विज्ञान | 2008-2011 | भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र, मुम्बई |
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अन्तर्गत सब्जी बीज उत्पादन आईआईएचआर, बैंगलूरू का आउटरीच कार्यक्रम - खेत वाली बागवानी फसलों के पत्ती धब्बा रोगों का निदान एवं प्रबंध | डॉ. सुबोध जोशी डॉ. प्रतिभा शर्मा | शाक विज्ञान पादप रोगविज्ञान | 2009-2012
2007-2012 | राष्ट्रीय बागवानी मिशन भा.कृ.अ.प. |
एएमएएएस पर 'पोषक तत्व प्रबंध, पीजीपीआर व जैव नियंत्रण' उद्देश्य की नेटवर्क परियोजना के अन्तर्गत 'बागवानी फसलों में जैव उर्वरीकरण के लिए आरबसकूलन माइकोराइज़ी का उपयोग' पर उप-परियोजनाएं (एनबीएआईएन ईएफसी की स्कीम-बी) | डॉ. एस.के. सिंह | बागवानी | 2008-2010
| भा.कृ.अ.प. |
पर्यावरण में निरन्तर बने रहने वाले कार्बनिक प्रदूषकों (नाशकजीवनाशियों) व पीसीबीएस की निगरानी | डॉ. ईरानी मुखर्जी | कृषि रसायन | 2008-2010 | पर्यावरण एवं वन मंत्रालय |
ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अन्तर्गत 98 छोटे जल संभरों के मूल्यांकन हेतु भूमि संसाधनों से संबंधित मंत्रालय की योजना | डॉ. टी.बी.एस. राजपूत | जल प्रौद्योगिकी केन्द्र |
| ग्रामीण विकास मंत्रालय |
कीटनाशी जीवों के विरूद्ध जैव-नाशकजीवनाशी पूसा नेमा जैल की खेत प्रभावशीलता और फसल के स्वास्थ्य व सूत्रकृमि जनसंख्या पर इसके प्रभाव के प्रदर्शन हेतु बहु-स्थानिक प्रदर्शन | डॉ. (श्रीमती) एस. गांगुली | सूत्रकृमि विज्ञान | 2009-2012 | एनआरडीसी |
जड़ क्षेत्र में मल्टीट्रॉफिक अन्तरक्रिया और सूत्रकृमि नाशकजीवों व रोगों का प्रबंध | डॉ. एच.एस. गौड़ | सूत्रकृमि विज्ञान | 2007-2010 | यूकेआईईआरआई - कार्यक्रम, यू.के. |
सुधरे हुए कीट प्रतिरोध तथा उच्च उपज के गुणों से युक्त संकर बीजोत्पादन के लिए नवीन तकनीकें - चावल घटक | डॉ. ए.के. सिंह | आनुवंशिकी | 2008-2011 | सीएसआईआर |
पश्चिम बंगाल में मृदा कार्बन पूल का मूल्यांकन | डॉ. नयन अहमद | मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन विज्ञान | 2008-2010 | भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान |
पौधों व डेरी घटकों पर आधारित संरूपित व एक्सट्रूज़न प्रौद्योगिकी का उपयोग करके क्रियात्मक खाद्य पदार्थों के निर्माण की प्रौद्योगिकी | डॉ. एस.के. झा | कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी | 2008-2010 | भारत - अमरीकी (एकेआई) परियोजना |
सब्जी वाली फसलों के लिए रबड़ के पहिए वाले परिशुद्ध रोपाई यंत्र की डिज़ाइन व उसका विकास। एमईआरएडीओ, लुधियाना के सहयोग से 'परिशुद्ध एवं संरक्षण फार्मिंग मशीनरी' शीर्षक की मुख्य अनुसंधान परियोजना के अन्तर्गत | डॉ. पी.के. साहू | कृषि अभियांत्रिकी | 2009-2012 | सीएमईआरआई व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग |