केंद्र का मुख्य लक्ष्य‍ कृषि प्रसार और प्रौद्योगिकी आकलन एवं हस्तांतरण की नई अवधारणाओं और विधियों को विकसित करके इस क्षेत्र में राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदान करना और गुणवत्ता और मानकों के लिए एक राष्ट्रीय संदर्भ केंद्र के तौर पर कार्य करना है।

अनुसंधान प्रबलता वाले क्षेत्र

  • प्रौद्योगिकी विकास प्रक्रिया में आकलन और परिशोधन के तत्वोंत को लागू करना

  • नई संभावनाओं वाले वृद्धि क्षेत्रों के प्रचार-प्रसार के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (TOT) विधियाँ विकसित करना

  • पूसा संस्थांन द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों का आकलन एवं प्रचार-प्रसार

  • भा.कृ.अ.परिषद के संस्थानों/ राज्य कृषि विश्वविद्यालयों / स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ संपर्क के जरिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रौद्योगिकी का आकलन एवं प्रचार करना

सेवाएँ:

  • राष्ट्रीय स्तर पर ज्वलंत समस्याओं को हल करने में नई प्रौद्योगिकियों की दक्षता प्रदर्शित करना

  • कृषि विज्ञान मेला, कृषि संबंधी प्रदर्शनियों, प्रक्षेत्र दिवसों, प्रक्षेत्र भ्रमणों और समूह चर्चाओं के माध्यम से प्रशिक्षण और शिक्षण आयोजित करना।

  • किसानों और प्रसार कर्मियों को प्रक्षेत्र सलाह सेवाएँ प्रदान करना।

  • वैज्ञानिकों और जनसंचार माध्यमों, यथा दूरदर्शन, आकाशवाणी और प्रिंट मीडिया के बीच संपर्क स्थापित करना।