डॉ.अजय अरोड़ा
अध्यक्ष एवं प्रधान वैज्ञानिक
पादप कार्यिकी संभाग
फोन : 011-25842815, 25848773
फैक्स : 011-25738766
ई-मेल : head_physio[at]iari[dot]res[dot]in, ajayarora[at]iari[dot]res[dot]in

 

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में पादप कार्यिकी संभाग की स्थापना 14 नवम्बर 1966 को हुई थी। पादप कार्यिकी विषय में स्वतंत्र संभाग की स्थापना से पूर्व यह तत्कालीन वनस्पति विज्ञान संभाग का एक अनुभाग था । डॉ जे.जे. चिनॉय ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में कार्यिकीय अनुसंधान की शुरूआत 1941 में की थी । 50 के दशक के दौरान अनुसंधान मुख्यतः पर्यावरणीय/अजैविक तनावों एंव पादप पोषण पर केन्द्रित रहे । डॉ आर.डी. असाना इस संभाग के प्रथम अध्यक्ष बने । उनके कार्यकाल के दौरान फसल कार्यिकी अनुसंधान की ठोस नींव रखी गई और इन अध्ययनों की वर्तमान के 'ओमिक्स’ अनुसंधान युग में भी सार्थकता है । डॉ जी.एस. सिरोही ने फसल सुधार में मौलिक अनुसंधान के महत्व को अनुभव किया जिसके परिणामस्वरूप 1980 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के अंतर्गत एक अग्रिम पादप कार्यिकी केंद्र की स्थापना हुई । वर्ष 1883 से 1993 के दौरान ’प्रकाश संश्लेषण एंव फसल उत्पादकता पर पी.एल. 480 स्कीम के अतंर्गत भारत-अमेरिका परियोजना का आंरभ होना इस संभाग को सबल बनाने की दिशा में एक उल्लेखनीय प्रयास था। इस संभाग के मिशन व अधिदेश निम्नानुसार हैं :

 
मिशन
    पादप कार्यिकीय निपुणताओं को बढ़ाकर फसल उत्पादकता एंव उत्पादन में वृद्धि ।

अधिदेश
  • पादप प्रक्रियाओं को समझने की दृष्टि से मौलिक और कार्यनीतिपरक अनुसंधान करना जिससे फसल उत्पादकता में आने वाली समस्याओं का हल मिल सके ।
  • एम.एस.सी. और पी.एच.डी. उपाधियों के लिए छात्रों को स्नातकोत्तर शिक्षा प्रदान करना ।
  • राज्य कृषि विश्वविद्यालय/भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के संस्थानों के कृषि वैज्ञानिकों को कार्यिकीय तकनीकियों/विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान करना ।

 

यह संभाग विशिष्ट क्षेत्रों जैसे प्रकाश संश्लेषण, प्रतिबल (अजैविक तनाव) कार्यिकी, खनिज पोषण, वृद्वि के रासायनिक विनियमन, फसल बढ़वार एंव प्रजनन संबंधी कार्यिकी, कटाई उपरांत कार्यिकी, जलवायु परिवर्तन, फाइटोरेमिडिएशन, बीज कार्यिकी पर स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम सुलभ कराता है । इस संभाग में अनुसंधान कार्य हेतु कई आधुनिक यन्त्र/सुविधाएं हैं जैसे - फोटोसिन्थेसिस प्रणाली, गैस क्रोमेटोग्राफ एच.पी.एल.सी., यू.वी. - विजिबिल स्पेक्ट्रोफोटोमीटर, रेफ्रिजरेटिड सेंट्रिफ्यूज (फ्लोर मॉडल), रेफ्रिजरेटिड सेंट्रिफ्यूज (टेबल टॉप मॉडल), ऑस्मोमीटर, आइस फ्लेकिंग मशीन, डीप फ्रीजर (-800 से. एंव -200 से.), पी.सी.आर. मशीन, जैल डाक्यूमेंटेशन सिस्टम, टैम्प्रेचर कंट्रोल्ड इन्क्यूबेटर शेकर, ट्राइनोकुलर माइक्रोस्कोप, ओपेन टाप चैम्बर्स, फ्री एयर कार्बन डाइआक्साइड इनरिचमेंट (एफ.ए.सी.ई.), एटॉमिक एब्जार्बप्शन स्पेक्ट्रोफोटोमीटर, हाइब्रिडाइजेशन ओवन, रेडियोट्रेसर लैब, जैल इलेक्ट्रोफोरेसिस, उत्तक संवर्धन प्रयोगशाला, ग्लास हाउस आदि ।