प्रकाशन

पुस्तकें

चड्ढा, के. एल., सिहं, एस. के., कालिया, प्रीतम, ढिल्लन डव्लू. एस., बेहरा, टी. के. एवं जय प्रकाश 2017 उद्यानिकी द्वारा किसानों की आय दुगुनी करना ।

पुस्तक अध्याय

  1. अवस्थी, ओ. पी. एवं सुनील कुमार 2017.फलो के देशी अनुवांशिक संसाधन एवं सुधार में उनका उपयोग। बहुवर्षीय उद्यानिक फसलों के प्रजनन दृष्टिक¨ण एवं किस्म विकास में नवीन उन्नतियाँ (जय प्रकाश, सिहॅं, एस, गोस्वामी, ए.के. एवं श्रीवास्तव,म. (संम्पादक गण). तकनिकी पुस्तिका, भा.कृ.अनु. संस्थान नई दिल्लीः 15-24।

  2. सिहं, के. एवं अवस्थी, ओ. पी. (2017) बेल उत्पादन की उन्नत प्रौद्योगिकी,फल उत्पादन की नई तकनकि (संपादकः एस के0 सिहं एवं अन्य) भा.कृ.अनु. संस्थान नई दिल्लीः 201-205 ।

  3. सिहं, के., सिहं ए. एवं दीपक 2017 .फल पौधषाला प्रबन्धन । फल उत्पादन की नई तकनीक (संपादक: एस. के सिहं एवं अन्य ) भा.कृ.अनु. संस्थान नई दिल्लीः 18-26

  4. सिहं ए., एवं सिहं, के. 2017, फल उत्पादन हेतु उपयुक्त जलवायु। फल उत्पादन की नवीतम तकनीक (संपादक: एस. के. सिहं एवं अन्य ) भा.कृ.अनु. संस्थान नई दिल्लीः 18-26

  5. जय प्रकाश, सिह, के. एवं गोस्वमी, ए., के. 2017 पपीता उत्पादन की उन्नत तकनीक । फल उत्पादन की नवीनतम तकनीक (संपादक: एस. के. सिहं एवं अन्य) भा.कृ.अनु. संस्थान नई दिल्लीः 179-184

  6. ठाकरे, म., वर्मा., एम., के., गोस्वामी, ए., के., सिंह, के., सिंह ए. एवं शर्मा , एन. 2017 , फलो की सधन बागबानी। फल उत्पादन की नवीतम तकनीक (संपादक: एस. के. सिहं एवं अन्य ) भा.कृ.अनु. संस्थान नई दिल्लीः 104-110

  7. गुप्ता, ए., के. , विशाल नाथ, अवतार सिह, एम. , मारबोह ई. एस. , पाण्डेय, एस. , एवं पाठक, ए. 2017 लीची फसल सुधार के आगामी परिवेक्ष्य हेतु क्रमवद्व सूचनाये । लीची रोग प्रंवन्धन (संपादक गण: मनोज कुमार एवं अन्य), स्प्रिगंर:109-138

संगोष्ठी, कान्फ्रेंस, सिम्पोजियम इत्यादि में प्रस्तुतिकरण

  1. अवतार सिहं, विशाल नाथ, एवं गुप्ता, ए. के. 2017, भारत में लीची सुधार की नवीन उन्नतियाँ । राष्ट्रीय संगोष्ठी ” लीची उत्पादन एवं उपयोग चुनोतियाँ एवं विकल्प का परिप्रेक्ष्य । लीची राष्ट्रीय अनुसंधान केन्द्र मुजफ्फरपुर ,6-7 जून,2017।

  2. अवस्थी , ओ. पी. 2018 फल आधारित विविधिकृत फसल पद्वति: पोषण एवं आर्थिक सुरक्षा का विकल्प । चुयण राष्ट्रीय विज्ञान काग्रेस एवं अन्र्तराष्ट्रीय संगोष्ठी: सतत विकास के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी । बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ । 10-11 जनवरी, 2018 ।

ई- प्रकाशन :

एक्सटेंशन बुलेटिन, तकनीकी फ़ोल्डर / लेख

  • अवस्थी ओ.पी. और वर्मा एम.के. 2014(हिंदी में)। ( किन्नो की खेती : एक लाभप्रद व्यवसाय, एम. के. वर्मा और ए. के. सिंह) संभाग और बागवानी प्रौद्योगिकी फल आई.ए.आर.आई., नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। पेज 1-8

  • गोस्वामी ए. के., वर्मा. एम. के., नागराजा ए., अवस्थी ओ. पी. और सिंह ए. के. 2014। अपोसटन कटिबांधिया क्षत्रो में अंगुर की (हिंदी में)। कृषि और सहकारिता विभाग, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित। पीपी 1-6।

  • गोस्वामी, ए. के., वर्मा, एम. के., नागराजा, ए., अवस्थी, ओ। पी। और सिंह, ए. के. ( 2013)उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में फलों की उन्नतशील बागवानी "। कृषि विस्तार विभाग, IARI नई दिल्ली, मार्च 2012, 2013 और 2014। (संशोधित और |

  • गोस्वामी, ए. के., नागराजा, ए. और ठाकरे, एम. 2014. अमरूद की उन्नतशील बागवानी । वर्मा, एम.के. और सिंह के , ए, .के. फलों और बागवानी तकनीक का विभाजन, IARI, पूसा कैम्पस, नई दिल्ली -110012।

  • कन्हैया सिंह, जय प्रकाश, एस। सिंह, मनीष श्रीवास्तव और के। उषा ( 2015): मैंगो नर्सरी के माध्यम से उद्यमिता, फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी विभाग, आईएआरआई, नई दिल्ली 110012 (हिंदी और अंग्रेजी)

  • सिंह एस. के. और वर्मा एम. के ,उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में अंगूर की बागवानी, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित। पेज 1-6

  • सिंह, के., जय प्रकाश और गोस्वामी, ए. के. (2014)। पपीता बीज उत्पादन तकनीक। पीपी। 1-6।

  • सिंह, के., प्रकाश, जे. और गोस्वामी, ए। 2014. "PapitaBeejUtpadanTakniki" फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी विभाग, IARI, नई दिल्ली -110012

  • श्रीवास्तव, एम., उषा, के. और वर्मा, एम.के. २०१५ पूसा आ किसान कर क़िस्मत (हिंदी)। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी विभाग, आई.सी.ए.आर.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। पीपी-1-4।

  • श्रीवास्तव, एम।, उषा, के। और वर्मा, एम.के. 2015. पूसा आम की संकर किस्में। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। टीबी: आईसीएन: 152/2015; पीपी-1-4।
    http://www.iari.res.in/files/Bulletins/Pusa_Mango_Hybrid_Varities_Folder-2015-English_1.pdf

  • श्रीवास्तव, एम।, उषा, के। और वर्मा, एम.के. 2015. पूसा आम की संकर किस्में। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। टीबी: आईसीएन: 152/2015; पीपी-1-4।

  • ठाकरे एम।, वर्मा, एम। के।, अवस्थी, ओ.पी. किन्नो में समसामयिक बागवानी प्रबंधन (हिंदी में) । प्रसारदूत, दिसंबर: 36-37

  • उषा, के। सिंह, एस.के., दुबे, ए.के. वर्मा, एम। के।, श्रीवास्तव, एम।, शर्मा, आर.एम. 2015. पूसा मैंगो डे -2015 की स्मारिका। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आई.सी.ए.आर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। पेज- 1-56
    http://www.iari.res.in/files/Bulletins/Mango-Souvenir_final-2015.pdf

  • वर्मा, एम.के . और उषा के।2016. अमरूद की खेती के लिए संचालन का कैलेंडर। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आई.सी.ए.आर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित |

  • वर्मा, एम.के. और उषा, के। 2016. अमरुद की बगवानिक का कैलेंडर (हिंदी में)। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित।
    http://www.iari.res.in/files/Bulletins/Gauva_Calender_in_Hindi-06042016.pdf

  • वर्मा, एम. के., श्रीवास्तव, एम. और उषा. के. २०१५। Aamkibagwanikeliyemasikkriyaoka कैलेंडर (हिंदी में)। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। ICN: H-148/2015, पीपी 1-12।
    http://www.iari.res.in/files/Bulletins/Hindi_Bulletin1.pdf

  • वर्मा. एम.के., श्रीवास्तव, एम। और उषा, के। 2015 आम की खेती के लिए संचालन का कैलेंडर। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। टीटी-आईसीएन: 151/2015; पीपी-1-12।
    http://www.iari.res.in/files/Bulletins/English_Bulletin4.pdf

  • वर्मा. एम.के., श्रीवास्तव, एम। और उषा, के। 2015 आम की खेती के लिए संचालन का कैलेंडर। फलों और बागवानी प्रौद्योगिकी प्रभाग, आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित। टीटी-आईसीएन: 151/2015; पीपी-1-12।

पुरस्कार एवं सम्मान

  • डा0 ओम प्रकाश अवस्थी, अन्र्तराष्ट्रीय नोनी विज्ञान संस्था एवं भारतीय शुष्क बागवानी संस्थान द्वारा मानद उपाधि (वर्ष 2018 )

  • डा0 के0 उषाः आई0 जे0 टी0 ए0 संस्था द्वारा उत्कृष्ट वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित ( वर्ष 2017)

  • डा0 एम0 के0 वर्मा: अन्र्तराष्ट्रीय नोनी विज्ञान संस्था द्वारा मानद उपाधि एवं ए0 आई0 ए0 एस0 ए0 एवं आई0 सी0 आर द्वारा महाराष्ट्र एवं कृषि जीवन ज्योति सम्मान (वर्ष 2017)

  • डा0 कन्हैया सिंह: राष्ट्रीय संगोष्ठी में उत्तम व्याख्यान प्रस्तुतिकरण सम्मान (वर्ष 2017)

  • डॉ. ए. के. दुबे को 2014-15 के दौरान इंडियन सोसाइटी ऑफ सिट्रिकल्चर द्वारा डॉ। श्याम सिंह को साइट्रस के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

  • डॉ. एस. सिंह। 4 जून 2015 को एनएएससी कॉम्प्लेक्स में रजत जयंती समारोह के दौरान एनएएएस द्वारा 2015 के संयोजक राष्ट्रीय युवा सम्मेलन -2015 का आयोजन किया गया।

  • डॉ. एस. सिंह। राष्ट्रीय सह-आयोजन सचिव, समशीतोष्ण फल और मेवे पर राष्ट्रीय सम्मेलन - CITH, श्रीनगर, J & K (6-9 नवंबर, 2015) में आयोजित उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एक तरीका।

  • डॉ. ए. के। गोस्वामी को एसोसिएट एडिटर (फ्रूट साइंस) (2012-13) जर्नल "हॉर्टफ्लोरा रिसर्च स्पेक्ट्रम" और एडिटर (फ्रूट साइंस) (2013-14) जर्नल "हॉर्टफ्लोरा रिसर्च स्पेक्ट्रम" के रूप में नियुक्त किया गया था।

  • डॉ। कन्हैया सिंह को शताब्दी पुरस्कार, विज्ञान परिषद प्रयाग इलाहाबाद (2013) से सम्मानित किया गया।

  • डॉ. कन्हैया सिंह को कार्यकारी पार्षद, बिहार बागवानी सोसायटी (2012-14) के रूप में कार्य किया गया था।

  • डॉ. मनीष श्रीवास्तव को वर्ष 2013 के लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार- IARI नई दिल्ली से सम्मानित किया गया

  • डॉ. मनीष श्रीवास्तव को वर्ष 2014 के लिए फेलो हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी ऑफ इंडिया नई दिल्ली से सम्मानित किया गया

  • डॉ. मनीष श्रीवास्तव को 2014 के बागवानी के भारतीय जर्नल में संपादक के रूप में नामित किया गया था

  • डॉ. ए. के. दुबे को 2014-15 के दौरान इंडियन सोसाइटी ऑफ सिट्रिकल्चर द्वारा डॉ। श्याम सिंह को साइट्रस के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

  • डॉ. एस. सिंह। 4 जून 2015 को एनएएससी कॉम्प्लेक्स में रजत जयंती समारोह के दौरान एनएएएस द्वारा 2015 के संयोजक राष्ट्रीय युवा सम्मेलन -2015 का आयोजन किया गया।

  • डॉ. एस. सिंह. राष्ट्रीय सह-आयोजन सचिव, समशीतोष्ण फल और मेवे पर राष्ट्रीय सम्मेलन - CITH, श्रीनगर, J & K (6-9 नवंबर, 2015) में आयोजित उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एक तरीका।

  • डॉ. ए. नागराजा को फ्रूट साइंस (2015) वीनस इंटरनेशनल फाउंडेशन, चेन्नई में उत्कृष्ट वैज्ञानिक के लिए सम्मानित किया गया।

  • डॉ. ए. के. गोस्वामी को एसोसिएट एडिटर (फ्रूट साइंस) (2012-13) जर्नल "हॉर्टफ्लोरा रिसर्च स्पेक्ट्रम" और एडिटर (फ्रूट साइंस) (2013-14) जर्नल "हॉर्टफ्लोरा रिसर्च स्पेक्ट्रम" के रूप में नियुक्त किया गया था।

  • डॉ. कन्हैया सिंह को कार्यकारी पार्षद, बिहार बागवानी सोसायटी (2012-14) के रूप में कार्य किया गया था।

  • डॉ. मनीष श्रीवास्तव को वर्ष 2013 के लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार- IARI नई दिल्ली से सम्मानित किया गया

  • डॉ. मनीष श्रीवास्तव को वर्ष 2014 के लिए फेलो हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी ऑफ इंडिया नई दिल्ली से सम्मानित किया गया

  • डॉ मनीष श्रीवास्तव को 2014 के बागवानी के भारतीय जर्नल में संपादक के रूप में नामित किया गया था

  • डॉ. निमिषा शर्मा को प्रायोगिक समीक्षक जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी एंड एग्रीकल्चरल साइंसेज और जीईआरएफ बुलेटिन ऑफ साइंस के रूप में मान्यता दी गई थी।

  • डॉ. ओ.पी.अवस्थी को वर्ष 2012 के लिए द हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी ऑफ इंडिया, नई दिल्ली का फेलो प्रदान किया गया

  • डॉ. ओ.पी.अवस्थी को 2012 के हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी ऑफ इंडिया के फेलो से सम्मानित किया गया

  • डॉ. ओ.पी.अवस्थी को सोसाइटी फॉर एग्रीकल्चर एंड एरिड इकोलॉजी रिसर्च, ICAR-CIAH बीकानेर (राजस्थान) द्वारा बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कृषि अनुसंधान पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2016

  • डॉ एस.के.सिंह को बागवानी के लिए अनुसंधान विकास के लिए सोसायटी द्वारा वर्ष 2010 के विशिष्ट वैज्ञानिक से सम्मानित किया गया। मेरठ

  • डॉ एस.के.सिंह को उच्च तकनीक बागवानी सोसायटी, मोदीपुरम, मेरठ द्वारा 2009-10 का वैज्ञानिक पुरस्कार दिया गया

  • Dr.V.B. Patel को ICAR 2010 के LBS युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

  • डॉ ए.के. दुबे को राजीव गाँधी राष्ट्रीय ज्ञान विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन पुरस्कार (प्रथम पुरस्कार) से सम्मानित किया गया, राजभाषा विभाग गृह मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली

सर्वश्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुति

  • ए. के. गोस्वामी, ओ.पी. अवस्थी, जय प्रकाश, ए.के. दुबे और ए.के. सिंह (2014) साइट्रस रूटस्टॉक्स में नमक के प्रभाव को कम करने के लिए पॉलीमाइन का अनुप्रयोग: 06-09 नवंबर, 2014 के दौरान कोइमाबटोर (तमिलनाडु) में आयोजित समावेशी विकास के लिए 6 वें अंतर्राष्ट्रीय बागवानी कांग्रेस।

  • सी.पी. सुरेश, कालकेम च। मोमिन और एस। सिंह (2014) मेघालय में एक नृवंश-वनस्पति अध्ययन जंगली पौधों और इसके उपयोग। 06-09 नवंबर, 2014 के दौरान कोयम्बटूर (तमिलनाडु) में समावेशी विकास के लिए 6 वां अंतर्राष्ट्रीय बागवानी कांग्रेस।

  • डॉ. ए.के.दूबे को 27-29 नवंबर, 2015 के दौरान आईसीएआर-सीसीआरआई, नागपुर में नेशनल सिम्पोजियम ऑन सस्टेनेबल सिट्रस प्रोडक्शन: वे फॉरवर्ड में सर्वश्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुति के लिए सम्मानित किया गया।

  • डॉ. मनीष श्रीवास्तव और उनकी टीम ने बेस्ट ओरल प्रेजेंटेशन अवार्ड 2016 जीता। सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ हॉर्टिकल्चर, आईसीएआर- IIHR, बेंगलुरू ट्रॉपिक्स एंड सबट्रॉपिक्स में फ्रूट ब्रीडिंग पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान।

  • डॉ. नागराजा, और उनकी टीम ने ट्रॉपिक्स और सबप्रॉपिक्स में फलों के प्रजनन पर राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान बागवानी, आईसीएआर- IIHR, बेंगलुरु के संवर्धन के लिए सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान पोस्टर अवार्ड 2016 सोसाइटी जीता।

  • जय प्रकाश, ए.के.सिंह, कन्हैया सिंह, ए.के.गोस्वामी और ए.पी.एस. वर्मा ने 29-30 नवंबर, 2013 को SHATATS, अल्लाहबाद द्वारा आयोजित बागवानी फसलों के संरक्षण और मूल्य संवर्धन पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान "उत्तर भारत में पपीता (कारिका पपीता एल) की संरक्षित खेती" पर

  • जय प्रकाश।, ए.के.गोस्वामी।, इवनिंग स्टोन और के। सिंह (2012)। भारत में पपीता उद्योग की समस्याएं और संभावनाएं। 5 वीं भारतीय बागवानी कांग्रेस 2012 में P.A.U., लुधियाना में

  • के. प्रसाद, आर। आर। शर्मा, मनीष श्रीवास्तव और ए। सिंह (2014) लेंटिकेल ब्राउनिंग की घटना के लिए कुछ मैंगो जीनोटाइप्स की स्क्रीनिंग: 06-09 नवंबर, 2014 के दौरान कोइमाबटोर (तमिलनाडु) में आयोजित समावेशी विकास के लिए 6 वें अंतर्राष्ट्रीय बागवानी कांग्रेस।

  • काकड़े एट अल (2012) साइट्रस रूटस्टॉक अटानी -2 के विकास और शारीरिक मापदंडों पर पैक्लोबुट्राजोल और लवणता का प्रभाव ”। 5 वीं भारतीय बागवानी कांग्रेस 2012 में पी.ए.यू. 6-9 नवंबर, 2012 के दौरान लुधियाना।

  • नयन दीपक जी और उनकी टीम को फ्रूट ब्रीडिंग ऑन ट्रॉपिक्स एंड सबप्रॉपिक्स: एन इंडियन परिप्रेक्ष्य, 27-29 अप्रैल 2016 को IIHR, बेंगलुरु में नेशनल कॉन्फ्रेंस में सर्वश्रेष्ठ पोस्टर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

  • प्लांट प्रोटेक्शन में ITKs के प्रासंगिक प्रासंगिकता पर राष्ट्रीय सेमिनार में नयन दीपक जी और उनकी टीम ने सर्वश्रेष्ठ पोस्टर का पुरस्कार जीता। 28-29 अक्टूबर, 2015 IARI, नई दिल्ली में।

  • नयन दीपक जी को एशियन पीजीपीआर सोसाइटी ऑफ सस्टेनेबल एग्रीकल्चर, ऑबर्न, अलबामा, यूएसए में मानद आजीवन सदस्य प्रदान किया गया।

  • आर एम शर्मा ने CCRI, नागपुर में आयोजित राष्ट्रीय साइट्रस संगोष्ठी में 3 सर्वश्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुति प्राप्त की।

  • रिमाबाई, एच., मनीष श्रीवास्तव।, एस.के.सिंह और ए.के.सिंह (2012)। फुल-सिब परिवारों से संबंधित आम संकर के विकास, फूल, फलने और भौतिक रासायनिक विशेषताओं पर अध्ययन। 5 वीं भारतीय बागवानी कांग्रेस 2012 में P.A.U., लुधियाना में|

  • विजय सिंह काकड़े., ए. के. दुबे., ओ.पी.अवस्थी और आर.एन.पांडे (2012)। नमक के लिए अतिसंवेदनशील रूटस्टॉक्स जट्टी खट्टी पर किनलेव में नवक् तनाव तनाव निवारक के रूप में विभिन्न ट्राईजोल यौगिकों की तुलनात्मक प्रभावकारिता। में: 5 वीं भारतीय बागवानी कांग्रेस 2012 में P.A.U., लुधियाना में|