प्रकाशन

2020-2021

 

ब्लॉग:

 

पुस्तक अध्याय:

      1. नित्याश्री, एम. एल. (2021) भारत में खाद्य और कृषि निवेश उद्योगों में प्रतिस्पर्धा की गतिशीलता- एक अस्थिरता विश्लेषण। बाथला एस, और कन्नन, ई.(Eds.), भारत में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग । (पीपी. 183-192) इंडिया स्टडीज इन बिजनेस एंड इकोनॉमिक्स। स्प्रिंगर, सिंगापुर। https://doi.org/10.1007/978-981-15-9468-7_8 .
      2. फिलिप कुरियाचेन, एस. एश्वर्या और आदित्य के.एस. (2021) जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा: दो समानांतर चिंताएं। वी.के. हेबसेल मल्लप्पा, एम. शिर (eds.), जलवायु परिवर्तन और लचीला खाद्य प्रणालीhttps://doi.org/10.1007/978-981-33-4538-16 .
      3. धर्म राज सिंह, नित्या एस, रंजनी वीआर, बालासुब्रमण्यम एम, आशा देवी एसएस एवं सुरेश कुमार(2020) कृषि उत्पादन में कृषि स्तर की क्षमता का आकलन: सामाजिक विज्ञान के लिए अनुसंधान पद्धति पर प्रशिक्षण मैनुअल में डेटा आवरण विश्लेषण के अनुप्रयोग, आनंद कृषि विश्वविद्यालय, गुजरात।
      4. नटराज सुबाश, हरबीर सिंह, सोहन वीर सिंह, एमएस मीणा, बी सिंह, जीपी पौडेल, जी बैगोरिया, एस भास्कर, एएस, सोनाली पी मैकडरमिड और रॉबर्टो ओ वाल्दिविया (2020)। बहु-जलवायु-फसल मॉडल दृष्टिकोण के माध्यम से आईजीपी-इंडिया के चावल-गेहूं फार्मों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का एकीकृत आकलन: मेरठ जिले, उत्तर प्रदेश, भारत का एक केस स्टडी : जलवायु परिवर्तन और एग्रोइकोसिस्टम्स की हैंडबुक (प्रेस में)।
      5. एम बालासुब्रमण्यम, डी.आर. सिंह, एसएस आशा देवी, जीके झा, केएस आदित्य, प्रेम चंद, पी अंबुकानी, प्रभात किशोर और रजनी जैन (2020)। तेलंगाना के वारंगल जिले में कृषि पर टैंक पुनर्वास का प्रभाव, सतत् कृषि के लिए प्राकृतिक संसाधन उपयोग की कार्यशाला कार्यवाही में (प्रेम चंद, रजनी जैन, डी सुरेश कुमार, जेएम सिंह और पीएस बादल द्वारा संपादित), आईसीएआर-एनआईएपी, नई दिल्ली । 93-106।
      6. प्रमोद कुमार, डी आर सिंह, ए. रेड्डी, पी अंबुकानी, जीके झा, सीएस सतीश गौड़ा, पीएस बादल, एएल कांबले, एमएस नैन और वी. कमलवंशी (2020)। भारत में हाईटेक कृषि के माध्यम से कृषि आय में वृद्धि, पुस्तक में: कृषि विस्तार: सामाजिक-आर्थिक दृष्टिकोण (ed. एके सिंह, रणधीर सिंह, पी. अडिघू, आर.एन.पडारिया, आर.आर.बर्मन और अलका अरोड़ा)। कृषि विस्तार संभाग आईसीएआर, नई दिल्ली, 144-149.

 लोकप्रिय लेख:

      1. गिरीश कुमार झा, रंजनी वीआर, आदित्य केएस(2021)। खाद्य तेल उत्पादन के लिए भारत 'आत्मनिर्भर' कैसे हो सकता है। https://www.downtoearth.org.in/blog/agriculture/how-india-can-be-atmanirbhar-for edible-oil-production-75517 .
      2. आदित्य केएस, गिरीश के झा और प्रवीन के.वी.( 2020) दालों की बढ़ती कीमतें : क्या 2020 में मूंग के खुदरा मूल्य में उछाल चिंता का कारण है? The wire. अगस्त 2020।
      3. जीके वाणी, भंडारी जी, रेनजिनी वीआर, साहू एस, मिश्रा पी (2020) जैविक खेती के युग में कृषि रसायनों की आवश्यकता: एक आर्थिक अध्ययन, जर्नल ऑफ़ क्रॉप एंड वीड 16 (3): 44-48.
      4. आदित्य केएस, भुवाना एन और सुभाष एसपी (2020) यूटोपिया से डिस्टोपिया तक: सोशल मीडिया कृषि विस्तार-एईएसए (AESA) ब्लॉग 134 के भविष्य के रूप में, दक्षिण एशिया में कृषि विस्तार।
      5. नित्याश्री एमएल, प्रमोद कुमार और अमित कर (2020) किसान उत्पादक कंपनी-एक अभिनव किसान संस्था: प्रगति, समग्रता और संभावनाएं, स्मारिका-पूसा कृषि विज्ञान मेला (पीपी. 127-130)। आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली 110 012
      6. हरबीर सिंह और अलका सिंह (2020), भारत के कृषि निर्यात को मुख्यधारा में लाना-कोविड -19, भारत व्यवसाय एवं व्यापार, ऑनलाइन प्रकाशित  (https://ibt.tcpi.in/blogs/ mainstreaming-indias-agricultural-exports-post-Covid-19/, 27- July-2020) ।
      7. रंजनी वीआर (2020) भारत में कृषि क्षेत्र के लिए सौर ऊर्जा योजनाएं। भारतीय किसान 6(8): 455-457 ।

 

चर्चा पत्र:

      1. अंजनी कुमार, विनय के सोनकर, आदित्य के एस (2021) । ग्रामीण भारत में किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण देने के प्रभाव का आकलन: पूर्वी भारत से साक्ष्य । आईएफपीआरआई (IFPRI) डिस्कशन पेपर 01997।

सम्मेलन के कागजात:

      1. श्री प्रवीण केवी ने कृषि अर्थशास्त्र अनुसंधान संघ के 28वें वार्षिक सम्मेलन में भाग लिया और भारतीय कृषि का भविष्य: चुनौतियां और अवसर शीर्षक से 16-18 दिसंबर 2020 से कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएएस), बेंगलुरु, कर्नाटक में आयोजित किया गया ।
      2. श्री प्रवीण केवी ने 10-12 फरवरी 2021 तक तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय कोयंबटूर के तत्वावधान में आयोजित इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स के 80वें वार्षिक सम्मेलन में भाग लिया और पेपर प्रस्तुत किया।
      1. नित्याश्री एमएल, सुरेश पाल, अलका सिंह एवं गिरीश के झा, (2020, 10-11 अगस्त) भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योगमें संरचनात्मक परिवर्तन, निवेश क्षमता और उत्पादकता वृद्धि [पोस्टर प्रस्तुति]। एग्रीकल्चर एंड एप्लाइड इकोनॉमिक्स एसोसिएशन, मिल्वौकी, डब्ल्यूआई(WI) , संयुक्त राज्य अमेरिका की वार्षिक (आभासी)बैठक DOI:10.22004/ag.econ.304352 .
      2. नित्याश्री, एमएल (2020, दिसंबर 16-18) भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एवं उत्पादकता स्पिलओवर [पेपर प्रेजेंटेशन]। कृषि अर्थशास्त्र अनुसंधान संघ, कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, बैंगलोर, भारत का अट्ठाईस वार्षिक सम्मेलन।
      3. नित्याश्री, एमएल. (2021, 10-12 फरवरी) । भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की बढ़ती पूंजी की तीव्रता एवं रोजगार क्षमता [पेपर प्रेजेंटेशन]। इंडियन सोसायटी ऑफ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स, तमिलनाडु एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, कोयंबटूर, इंडिया का 80 वार्षिक सम्मेलन।

 

2019-2020

पुस्तकें एवं मोनोग्राफ

      1. कुमार प्रमोद, अलका सिंह, आई. शेखर, डी.आर; बिस्‍टा, पी. प्रकाश एवं अमित कार (2015)। परफार्मेन्‍स ऑफ किसान क्रेडिट कार्ड स्‍कीम इन इंडिया, अनुसंधान संक्षेप, मार्च, 2015
      2. पाल सुरेश, गिरीश के.  झा एवं बालाजी एस.जे. (2015) । एक्‍सेलरेटिंग ट्रान्‍सफार्मेशन ऑफ इंडियन एग्रीकल्‍चर, अनुसंधान संक्षेप, जुलाई 2015
      3. कुमार प्रमोद, धर्मराज सिंह एवं पी प्रकाश (2015), भारत में किसान क्रेडिट  कार्ड योजना का निष्पादन, अनुसंधान संक्षेप, अगस्त 2015.
      4. कुमार प्रमोद, डी.आर. सिंह, ए. अमरेन्‍द्र रेडडी एवं अमित कार (2015)। एग्रीकल्‍चरल प्रोजेक्‍टस  एनॉलिसिस (AG ECON 660), प्रैक्‍टीकल मैनुअल नम्‍बर Ag. Econ. 2015/01, कृषि अर्थशास्‍त्र संभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान द्वारा प्रकाशित ।
      5. सिंह, अलका, सुरेश पाल एवं गिरीश के. झा (2014)। इन्‍वेस्‍टमेंट प्रायोरिटीज फॉर इनक्‍लूसिव एग्रीकल्‍चरल ग्रोथ इन इंडिया, अनुसंधान संक्षेप,  मार्च 2014
      6. नित्‍याश्री एम.एल; वेंकटेश एवं सुरेश पाल (2013)। एग्रीकल्‍चरल ग्रोथ, रूरल इम्‍पलॉयमेंट एंड रीजनल डिस्‍पैरिटी इन इंडिया, अनुसंधान संक्षेप,  दिसम्‍बर, 2013
      7. पाल, सुरेश, ए.के. सिंह, आर.एस. देशपाण्‍डे एवं डी. रामाराव  eds. (2012)। पॉलिसी एंड इंस्टिटयूशनल ऑप्‍शन्‍स फॉर इनक्‍लूसिव एग्रीकल्‍चरल ग्रोथ, भाकृअनुस., नई दिल्‍ली, पीपी + 122
      8. झा, गिरीश कुमार, सुरेश पाल, वी.सी. माथुर, गीता बिसारिया, पी. अनबुक्‍कानी, आर.आर. बर्मन एवं एस.के. दुबे । इडीबल ऑयलसीडस सप्‍लाई एंड डिमांड सिनेरियो इन इंडिया : इम्‍पलीकेशन्‍स फॉर पॉलिसी। कृषि अर्थशास्‍त्र संभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान, नई दिल्‍ली,पीपी  ix + 100, 2012
      9. झा, गिरीश कुमार, सुरेश पाल एवं अलका सिंह (2012)। एनर्जी रिक्‍वायरमेंट फॉर इंडियन एग्रीकल्‍चर, अनुसंधान संक्षेप,  सितम्‍बर, 2012
      10. प्रभु पिंगली द्वारा ‘एग्रीकल्‍चरल ग्रोथ, टैक्‍नोलॉजी एंड पॉवर्टी रिडक्‍शन इन इंडिया’ विषय पर स्‍वर्ण जयंती स्‍थापना दिवस व्‍याख्‍यान

 

पुरस्कार व सम्मान

संकाय सदस्य का नाम पुरस्कार/ सम्मान का नाम वर्ष संस्था

डॉ. पी. वेंकटेश
उमा लेले मेंटोरशिप अवार्ड 2021 कृषि और अनुप्रयुक्त अर्थशास्त्र संघ (ए.ए.ई.ए)

श्री प्रवीण के.वी.
सर्वश्रेष्ठ पीएच.डी. पेपर के लिए पेपर प्रस्तुति पुरस्कार "कृषि में उर्वरक उपयोग के प्रभाव का आकलन: फसल प्रतिक्रिया और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए निहितार्थ " 2021 इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स

श्री आदित्य के.एस.
आर.टी. दोशी बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन अवार्ड (प्रथम पुरस्कार) 2020 एइआरए (AERA)

श्री प्रवीण के.वी.
" भारतीय कृषि में उर्वरकों के साथ आगे बढ़ना: रुझान, चुनौतियां और अनुसंधान प्राथमिकताएं" पेपर के लिए आर.टी. दोशी बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन अवार्ड (द्वितीय पुरस्कार) 2020 एइआरए (AERA)

श्री आदित्य के.एस.
नेताजी सुभाष आईसीएआर- विदेश में पीएच.डी. करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय फैलोशिप 2020 भाकृअनुप (ICAR)

नित्यश्री , एम. एल.
उमा लेले मेंटोरशिप अवार्ड 2020 कृषि एवं व्यावहारिक अर्थशास्त्र संघ (एएईए),

डॉ. हरबीर सिंह
आईपीआर विशेषज्ञ, संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति, ( मार्च 2020 से प्रभावी ) 2020 भाकृअनुप-एनसीआईपीएम, नई दिल्ली

डॉ. प्रमोद कुमार
XIV कृषि विज्ञान कांग्रेस में पोस्टर मूल्यांकन समिति में संयोजक 2019 एनएएससी (NASC)

डॉ. अलका सिंह
उत्कृष्ट शिक्षक -2017 के लिए भारत रत्न डॉ. सी. सुब्रमण्यम पुरस्कार 2018 भाकृअनुप (ICAR)

श्री आदित्य के.एस.
लेख"सामाजिक विज्ञान में उन्नत अनुसंधान विधियों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान प्राकृतिक प्रयोग के प्रभाव को मापने के लिए प्रतिगमन स्थिरता डिजाइन"के लिए सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति पुरस्कार 2018 यूएएस, धारवाड़, कर्नाटक

डॉ. सतीश गौड़ा
“टिकाऊ और सामंजस्यपूर्ण कृषि के लिए दोहरीकरण किसानों की आय” पर राष्ट्रीय सम्मेलन में दिशा (DISHA) 2018, लेख "किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि विपणन में सरकार का हस्तक्षेप"के लिए सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति पुरस्कार 2018 भाकृअनुप-भाप्रारेगोंसं (ICAR-IINRG) , रांची, झारखंड

श्री आदित्य के.एस. (सह-लेखक)
78 वें वार्षिक सम्मेलन में सर्वश्रेष्ठ लेख प्रस्तुति के लिए डॉ. मुजुमदार पुरस्कार पुरस्कार 2018 आइ.इ.जी(I.E.G), दिल्ली

डॉ. प्रमोद कुमार (सह-लेखक)
78 वें वार्षिक सम्मेलन में सर्वश्रेष्ठ लेख प्रस्तुति के लिए डॉ. मुजुमदार पुरस्कार पुरस्कार 2018 आइ.इ.जी (I.E.G), दिल्ली

डॉ. पी. एस. बिरथल
रफ़ी अहमद किदवई पुरस्कार 2016 2017 भाकृअनुप (ICAR)

डॉ. जी के झा
जर्नल- एइआरआर (AERR)के संपादकीय बोर्ड के सदस्य के रूप में नामांकित 2017 एइआरए (AERA)

डॉ. पी. वेंकटेश
दक्षिण एशियाई आर्थिक नेटवर्क (SANEM), ढाका, साउथ एशिया वॉच ऑन ट्रेड, इकोनॉमिक्स एंड एनवायरनमेंट (SAWTEE), काठमांडू,और डब्ल्यूटीओ अध्ययन केंद्र (CWS), नई दिल्लीद्वारा आयोजित "10 वीं दक्षिण एशियाई प्रशिक्षण कार्यक्रम" कॉक्स बाजार, बांग्लादेशमें भाग लेने के लिएस्पोंस्ररशिप 2017 SANEM,SAWTEE, CWS

श्रीआदित्य के.एस.और सुभाष
25 वां AERA सम्मेलन हैदराबाद NAARM में “ग्रामीण भारत में कृषि परिवार के प्राथमिक आय के स्रोत” पर लेख के लिए आर.टी. दोशी सर्वश्रेष्ठ पेपर प्रस्तुति पुरस्कार 2017 एइआरए (AERA)

डॉ. पी. वेंकटेश
उत्कृष्टता के लिए एमराल्ड लिटरेटी नेटवर्क अवार्ड-अति प्रशंसित पेपर 2016 सीएइआर (CAER) China Agricultural Economic Review